राम भजन कर मन
राम भजन कर मन,
ओ मन रे कर तू राम भजन।
सब में राम, राम में है सब,
तुलसी के प्रभु, नानक के रब्ब।
राम रमईया घट घट वासी,
सत्य कबीर बचन॥
राम नाम में पावत पावन,
रवि तेज्योमय चन्द्र सुधा धन।
राम भजन बिन ज्योति ना जागे,
जाए ना जीय की जरन॥
नाम भजन में ज्योति असीमित,
मंगल दीपक कर मन दीपित।
सकल अमंगल हरण भजन है,
सकल सुमंगल करन॥
ओ मन रे कर तू राम भजन।
सब में राम, राम में है सब,
तुलसी के प्रभु, नानक के रब्ब।
राम रमईया घट घट वासी,
सत्य कबीर बचन॥
राम नाम में पावत पावन,
रवि तेज्योमय चन्द्र सुधा धन।
राम भजन बिन ज्योति ना जागे,
जाए ना जीय की जरन॥
नाम भजन में ज्योति असीमित,
मंगल दीपक कर मन दीपित।
सकल अमंगल हरण भजन है,
सकल सुमंगल करन॥
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