नेपाल के शहर जनकपुर विदेह राजा जनक की नगरी है। यहां पर मां जानकी का विशाल मंदिर है। जनकपुर प्राचीन मिथिला राज्य की राजधानी थी। यह वो पवित्र स्थान है जिसका धर्मग्रंथों, काव्यों एवं रामायण में उत्कृष्ट वर्णन है। धार्मिक ग्रंथों में उसे स्वर्ग से भी ऊंचा स्थान दिया गया है। जनकपुर धाम प्राचीनकाल से ही हिंदुओं का आस्था केंद्र रहा है। यहां स्थित जानकी मंदिर देवी सीता को समर्पित है। कहा जाता है कि इस के निर्माण में नौ लाख रुपए खर्च हुए थे । इसलिए इसे नौलखा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। सीता माता को समर्पित जानकी मंदिर जनकपुर बाज़ार के उत्तर पश्चिम में स्थित है। वर्तमान जानकी मंदिर का निर्माण टीकमगढ़ की महारानी वृषभानु कुंअरि जी द्वारा 1967 में करवाया गया। मंदिर दूर से देखने में किसी महल सा लगता है।
Saturday, 25 April 2015
जनकपुर में जानकी मंदिर भी तबाह हो चुका है। इसे सीता माता का जन्मस्थल माना जाता है।
नेपाल के शहर जनकपुर विदेह राजा जनक की नगरी है। यहां पर मां जानकी का विशाल मंदिर है। जनकपुर प्राचीन मिथिला राज्य की राजधानी थी। यह वो पवित्र स्थान है जिसका धर्मग्रंथों, काव्यों एवं रामायण में उत्कृष्ट वर्णन है। धार्मिक ग्रंथों में उसे स्वर्ग से भी ऊंचा स्थान दिया गया है। जनकपुर धाम प्राचीनकाल से ही हिंदुओं का आस्था केंद्र रहा है। यहां स्थित जानकी मंदिर देवी सीता को समर्पित है। कहा जाता है कि इस के निर्माण में नौ लाख रुपए खर्च हुए थे । इसलिए इसे नौलखा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। सीता माता को समर्पित जानकी मंदिर जनकपुर बाज़ार के उत्तर पश्चिम में स्थित है। वर्तमान जानकी मंदिर का निर्माण टीकमगढ़ की महारानी वृषभानु कुंअरि जी द्वारा 1967 में करवाया गया। मंदिर दूर से देखने में किसी महल सा लगता है।
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