Wednesday, 1 April 2015

भाग्यांक 2 वाले होते हैं कंजूस

               भाग्यांक 2 वाले होते हैं कंजूस 




भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है। उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है। जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक जन्म तारीख, 26=2+6=8 जन्म मास, 11=1+1=2 जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9 तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक 2- जिन जातकों का भाग्यांक 2 है उन व्यक्तियों पर चन्द्र ग्रह का विशेष प्रभाव रहता है। उनका मन व दिमाग शान्त रहता है। ये अपने कार्य को लेकर संवेदनशील तो होते है,परन्तु बहुत दिनों तक इनका किसी कार्य में मन नहीं लगता है। यह इनका नकारात्मक पक्ष है जिसके कारण इन्हे कई बार अपना व्यवसाय बदलना पड़ता है। आपका स्वभाव उधार लेना है, भाग्यांक 2 वाले जातक उधार बहुत अधिक लेते है, परन्तु देने में काफी ढीले रहते है। आपको अपनी इस आदत में सुधार करने की आवश्यकता है। वैसे इस अंक वाले लोग कंजूस होते है, परन्तु अच्छे मौकों पर दिल खोलकर खर्च भी करते है। यदि आप कोई व्यवसाय या कहीं पर धन निवेश करना चाहते है तो अपनी पत्नी को साझेदार अवश्य बनायें। कैरियर- अध्यापक, पत्रकार, एकाउण्टेन्ट, समुद्र यात्रा, शुगरमिल, कृषि विभाग, संगीत, अभिनय, दन्त चिकित्सा, जल सेना, फैसप डिजाइनिंग, माडलिंग आदि क्षेत्रों में आप-अपना कैरियर बना सकते है। व्यवसाय- सौन्दर्य प्रसाधन, पेट्रोल पम्प, कोल्ड्र डिंक, पानी, संगीत एकाडिमी, होटल, रेस्टोरेन्ट, मिटटी का कार्य, ठेकेदारी, किसी भी क्षेत्र में दलाली, कैरोनीन आयल, प्रकाशन, दूध की डेरी आदि व्यवसाय इस अंक वाले लोग अपना सकते है। भाग्शाली वर्ष- भाग्यांक 2 वाले व्यक्तियों के लिये अंक 2 व 7 विशेष रूप से प्रभावशाली रहते है। जब-जब इन अंको का योग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो,वह वर्ष आपके लिये लाभकारी प्रतीत होंगे। 20वें व 28वें वर्ष तक की अवस्था तक आपको धन कमाने के अवसर मिलने लगेंगे।25वें व 27वें वर्ष आपके लिये परिवर्तनकारी रहेंगे। 29वें व 31 वें वर्ष में आपके लिये काफी उतार-चढ़ाव वाली स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अनुकूल नगर- दिल्ली, देहरादून, कलकत्ता, अहमदाबाद, अहमद नगर, बंगलौर, कर्नाटक, लखनऊ, नोएडा आदि शहर आपके लिये सफलतादायक सिद्ध होंगे। अनुकूल राष्ट्र- श्री लंका, तिब्बत, फ्रांस, जर्मनी, लन्दन, वियना, अमेरिका, पुर्तगाल, इथोपिया, चीन आदि देश आपके लिये शुभ रहेंगे। घर का मुख्य द्वार- जिन जातकों का भाग्यांक 2 है। वह लोग अपने घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा, पश्चिम दिशा या फिर उत्तर-पश्चिम (वायव्य कोण) में रखें तो आपके परिवार में प्रगृतिशीलता व सुख समृद्धि बनी रहेगी।( कल पढ़े भाग्यांक 3 के बारे में)



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