गुरु को अनुकूल करने के लिए निम्नलिखित उपाय करें।
मुख्य ग्रह गुरु: मुख्य ग्रह गुरु को अनुकूल करने के लिए निम्नलिखित उपाय करें।
केले की जड़ को पीले कपड़े में बांधकर पीले धागे में गुरुवार को धारण करना चाहिए ।
यज्ञ में पीपल को समिधा के रूप में काम में लिया जाता है।
‘’ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:’’ पाठ करने से लाभ होता है।:
ऊँ बृं बृहस्पते नमः मंत्र का जप करना ।
हल्दी की गांठ गले में पहनना ।
गाय को बेसन के लड्डू खिलाना ।
ब्राह्मणों की सेवा करना ।
अनुशासन, ईमानदार एवं कर्त्तव्यनिष्ठ होना ।
ब्रह्माजी की पूजा करना ।
केले के वृक्ष की पूजा करना , पीपल की करना ।
पीली वस्तुओं (बूंदी के लडडू, पीले वस्त्र, हल्दी, चने की दाल, पीले फल) का दान करना ।
पुखराज सोने की अंगूठी में धारण करना।
केले की जड़ या हल्दी की गांठ पीले वस्त्र में गले में धारण करे ।
पीला वस्त्र धारण करना चाहिए।
बेसन की सब्जी, मिठाई, चना दाल, पपीता, आम, केला का सेवन करना चाहिए।
मंदिर के पुजारी या शिक्षक को पीला वस्त्र, धार्मिक पुस्तक या पीले खाद्य पदार्थ दान करना चाहिए।
गुरुवार के दिन पीपल के पेड़ में बृहस्पति मंत्र जपते हुए जल अर्पण करना चाहिए।
केसर या हल्दी का तिलक लगाना चाहिए।
घर में पीले पुष्प गमलों में लगाना चाहिए।
विष्णु की पूजा आराधना करना चाहिए।
शिक्षक, ब्राह्मण, साधु, विद्वान, पति, संतान का दिल नही दु:खाना चाहिए।
बृहस्पतिवार के दिन फलाहार वृक्ष लगाएं और फलों का दान करें।
11.हल्दी की गांठ या केला-जड़ को पीले कपड़े में बांह पर बांधें।
बेसन की सब्जी, मिठाई, चना दाल, पपीता, आम, केला का सेवन करना चाहिए।
मकान का द्वार, खिड़की और रोशनदान सही दिशा में रखना चाहिए।
नाक, कान और दांत हमेशा साफ-सुथरे रखना चाहिए ।
पीपल का वृक्ष लगाना चाहिए।
सच बोलने का कोशिश करें।
No comments:
Post a Comment