Friday, 3 April 2015

सूर्य एवं चंद्र ग्रहण से जुड़ी जानकारियां

            सूर्य एवं चंद्र ग्रहण से जुड़ी जानकारियां






भारत के लिये यह साल बहुत प्रभावी साबित होगा, जिसका एक कारण यह है कि इस बार लोकसभा के चुनाव हैं और दूसरा इसलिये क्योंक 1947 और 2014 के कैलेंडर हू-ब-हू एक जैसे हैं। खैर हम यहां बात करेंगे चंद्र ग्रहण एवं सूर्य ग्रहण की, जो इस साल पड़ेंगे। इस साल दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण पड़ेंगे। 
 
दोनों ही चंद्र ग्रहण पूर्ण होंगे, जबकि सूर्य में एक आंश‍िक और एक सामान्य ग्रहण होगा। ये ग्रहण अप्रैल और अक्टूबर के महीनों में पड़ेंगे। यदि आप गर्भवती हैं, या आपके घर में कोई महिला गर्भवती है या फिर आप इस साल फेमिली प्‍लानिंग करने जा रहे हैं, तो इन तिथियों को कैलेंडर में जरूरनोट कर लें। इसके अलावा नया मकान, या नई दुकान लेने जा रहे हैं, तो इन ति‍थियों पर लेने से बचें। इन दोनों तिथियों पर आपकी करियर लाइव, निजी जीवन, आय के स्रोत, परिवार, प्रेम-संबंध, आदि में व्‍यापक परिवर्तन हो सकते हैं। 
 
खुशियां आ सकती हैं या हो सकता है दु:ख घर कर जाये, लिहाजा आपको इन तिथियों पर विशेष सावधानी बरतनी होगी। बेहतर होगा यदि उन सभी बातों का पालन करें, जो बड़े बुजुर्ग बताते हैं। हिंदू धर्म की मान्‍यता के अनुसार चंद्र ग्रहण अच्‍छा नहीं माना जाता है। ग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिये इन तिथियों पर आप गरीबों को दान दें। गरीबों को भोजन करायें, मंत्रों का उच्‍चारण करें, जिनमें गायत्री मंत्र सर्वश्रेष्‍ठ फल देगा। 
 
 
 अपने ईष्‍ट देव का ध्‍यान करें। भोजन नहीं करें। ग्रहण के बाद स्‍नान करें और ताज़ा भोजन करें। साथ ही यदि आप गर्भवती हैं तो आपके होने वाले बच्‍चे पर ग्रहण के प्रभाव से बचाने के लिये एकांत स्‍थान पर बैठ जायें और ईश्‍वर का
ध्‍यान करें। यह काम आप सूर्य ग्रहण के समय भी करें।

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