Tuesday, 7 April 2015

मन तेरा मन्दिर आंखे दिया बाती होठो

               मन तेरा मन्दिर आंखे दिया बाती होठो आरती


मन तेरा मन्दिर आंखे दिया बाती होठो की है थालिया बोल फुल पाती

रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती आरती ओ मईया आरती ओ ज्योता वाली तेरी आरती

हे महालक्ष है महागोरी तु अपनी आप है जौहरी तेरी कीमत तु ही जाने

तु बुरा भला पहचाने ये कहे दिन ओर राते तेरी लिखी न जाये बात

कोई माने या ना माने हम भक्त तेरे दीवाने तेरे पॉव सारी दुनिया पखारती .

मन तेरा मन्दिर ....

हे गुणवंती सतवंती हे पतवंती रसवंती मेरी सुनना ये विनती मेरा चौला रंग बसंती

हे दुख भंजन सुख दाती हमे सुख देना दिन राती

जो तेरी महिमा गाये मुह मांगी मुरादे पोये

मन तेरा मन्दिर...

हे महाकाल हे महाशक्ति हमें दे दे ऐसी भक्ति

हे जग जननी महामाया हे तु ही धुप और छाया

तु अमर अजर अविनाशी तु अनमिट पुर्णमाशी

सब करके दुर अंधेरे हमें बक्शों नए सवेरे.

मन तेरा मन्दिर ....


जय मातादी जय मातादी सारे बोलो जय मातादी

तेरे नाम का करम है सारा भक्तो पर छाया है सुरूर शेरावालिये

ओ रूप का है एक लश्कारा जग में है जितना भी नुर शेरा वालिये

दुर गुफा में बैठै रोज करिश्मे करती है तु

मेहरावाली एक नजर से सबके दुखडे हरती हे तु

खाली झोली जो लाता है उसकी झोली भरती है तु

इस द्वारे की धुल लगाकर पापी पावन हो जाते है

जयमातादी छाया कंचन हो जाती है छिलके चंदन हो जाते है

तेरी दया हो जाये तो रंक भी राजा हो जाते है

ओ तेरे नाम का करम है सारा............


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