Monday, 13 April 2015

धीरूभाई अंबानी की जीवन कहानी – आत्मकथा


धीरूभाई अंबानी की जीवन कहानी – आत्मकथा

धीरूभाई अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना करने वाले एक भारतीय व्यापार प्रबंधक था. उन्होंने कहा कि द संडे टाइम्स की सूची एशिया में टॉप 50 व्यापारियों में चुने जाने के लिये कुछ में से एक है.उनकी उद्यमशीलता प्रयासों को दुनिया के सबसे अमीर परिवारों के बीच अपने परिवार बना दिया है. अंबानी का जन्म 28th डिसेंबर 1932 गुजरात, ब्रिटीश भारत मै हुआ था.

उनके पिता एक स्कूल में शिक्षक थे. धीरूभाई अंबानी सप्ताहांत पर माउंट गिरनार में तीर्थयात्रियों के लिए भाजी बेचकर अपनी उद्यमशीलता कैरियर शुरू किया है. अंबानी एक येमेनी कंपनी में 1950 के दशक में अपने करियर की शुरुआत जब धन की कहानी लत्ता शुरू किया है. वह 16 साल की उम्र में यमन में ले जाया गया है. अपने मैट्रिक पूरा करने के बाद वह अपने खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए 1958 में मुंबई आया. कुछ दिन बाद वह वस्त्र उद्योग में चला गया और अहमदाबाद में नरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक चक्की खोला.उन्होंने 1966 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना की है. समय के साथ वह अतिरिक्त दूरसंचार,सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, बिजली, रिटेल, कपड़ा, बुनियादी सेवाओं, पूंजी बाजार, और रसद के साथ पेट्रोरसायन में एक प्रमुख विशेषज्ञता है.

आज कंपनी के 85,000 से अधिक कर्मचारियों शामिल है और भारत की केन्द्रीय सरकार को कुल कर राजस्व का लगभग 5 प्रतिशत की प्रदाता मिलती है. धीरूभाई अंबानी एक दिमाग झटके के कारण मुंबई में 6 जुलाई 2002 को निधन हो गया. उनकी विरासत उनके बेटे मुकेश और अनिल के द्वारा किया जा रहा है.



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