नौ रात्रि में राशि अनुसार किस देवी का पूजन करे
ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी !
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा नमोस्तुते !!
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा नमोस्तुते !!
सृष्टी( संसार ) की उत्पत्ति के समय से जन्म -मृत्यु,जरा-ब्याधि,लाभ-हानि का चक्र चला आ रहा है ! मनुष्य आपत्ति-विपत्ति के समय अपने इष्ट देवता,कुलदेवता,गुरु अथवा अपने पितृ देवता के शरण में जाता है!
त्रिपुर सुंदरी, राज-राजेश्वरी, ममतामयी माँ दुर्गा देवी, जिनके नौ रूपों के अतिरिक्त भी अनन्य रूप है, इन रूपों में से किसी भी रूप की शरण में जा कर भक्त माँ की अराधना करता है, तो माँ अवश्य अपने भक्त को शरण में लेकर उसके कष्टों को दूर कर देती है,अत:भक्त ( मनुष्य ) ने माँ के शरण में जाकर उनकी अराधना करना चाहिए! नौ रात्रि में राशि अनुसार माँ के किस रूप की अराधना करनी चाहिए, देखे -----------
मेष---> मेष राशि वाले जातक "माँ मंगला देवि" की अराधना करे !
ॐ मंगला देवी नम:का जाप करे !
कन्या----> कन्या राशि वाले जातक "माँ जयंती" की अराधना करे !
ॐ अम्बे नम: या "ॐ जगदम्बे नम:" का जाप करे !
इन सरलतम जाप से जो भी भक्त माँ भगवती की अराधना करता है,माँ उस भक्त की हर मनोकामना पूर्ण करती है!
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