Sunday 17 May 2015

अपने हुनर को अपनी पहिचान बनाइये




आज से कुछ महीने पहले एक हिंदी अख़बार में बेंगलुरु के सुहास गोपीनाथन जी के बारे में पढ़ा. सुहास गोपीनाथन की स्टोरी आज कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन सकती है. जिस  उम्र में बच्चे  मोबाइल  या कंप्यूटर  पर वीडियो  गेम्स  खेलते हैं उसी उम्र में सुहास गोपीनाथन ने इंटरनेट एवं वेब  डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपना परचम लहराया और न केवल अपनी वेबसाइट बनाई बल्कि अपने हुनर को भारत ही नहीं दुनिया के लिए भी मिसाल बनाया.

दोस्तों ये तो एक मिसाल थी जिस से हमें ये पता चलता है कि इंसान अगर ठान ले तो कोइ भी मंजिल उसे दूर नहीं है, बस लगन और मेहनत चाहिए.

आप में भी सुहास की तरह कई हुनर हो सकते हैं.
सुहास गोपीनाथन ने अपने हुनर को पहिचाना, पहचान कर उसे कड़ी मेहनत से निखारा और उनकी मेहनत का परिणाम आज सबके सामने है. अगर सुहास जी ने ये विशिष्ट काम ना किया होता तो न तो आज अखबारों में उनके बारे में कुछ पता चलता, न हमें उनके बारे में पता चलता और ना ही यहाँ पर उनकी चर्चा होती.

क्या आपने कभी खुद के बारे में सोचा है कि आप क्या-क्या कर सकते हैं?

एक बार मैं भोपाल में एक प्रदर्शनी में गया था वहां कई किसानों को उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए सम्मानित किया जा रहा था. उन किसानों ने औषधीय पौधों की उन्नत खेती की थी. उस दिन भोपाल के रहने वाले वो किसान दूसरे किसानों के लिए मिसाल थे.

वे किसान भी अन्य किसानों की ही भांति थे, बस उन्होंने एक नवाचार, एक नई पहल को अपनाया था. आप में से भी कई लोग ऐसे होंगे जो अपनी life में कुछ ऐसा करना चाहते होंगे जिस से आपको यश और सम्रद्धि मिले, आपका जीवन खुशहाल हो.मगर समस्या क्या है? उन लोगों ने अपनी ताक़त को पहचाना, अपने हुनर पर विश्वास किया, एक नए काम को करने का जोखिम उठाया और आज वे हम सबके लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गए.

अगर आप भी सफलताएँ पाना चाहते हैं तो आपको भी उनकी तरह हिम्मत कर के कदम उठाने होंगे. अगर आप वाकई life में कुछ अचीवमेंट्स हासिल करना चाहते हैं तो जरुर कर सकते हैं.

फ्रेंड्स, प्रतिभा बहुमुखी हो सकती है. ये सोचना गलत है कि कोई इंसान किसी क्षेत्र विशेष में ही श्रेष्ठ काम कर सकता है. ऐसे कई उदहारण हैं जहाँ लोगों ने अपने क्षेत्र से हट कर एक बिलकुल ही नए क्षेत्र में प्रवेश किया और अपनी उपलब्धियों और अपनी तरक्की से सबको आश्चर्य चकित कर दिया.

फ्रेंड्स, आपका हुनर, आपकी प्रतिभा आप के लिए वरदान बन सकती है, आप की प्रतिभा आप के लिए एक नई पहिचान बन सकती है.

मैंने देखा है कि एक शिक्षक थे उन्हें हर जगह शादी-विवाह के कार्यक्रमों में विशेष रूप से बुलाया जाता था. वो शिक्षक शादी-विवाह के लिए अभिनंदन पत्र लिखते थे और उनकी गायन शैली भी बहुत अच्छी थी. उनके हुनर के कारण उनकी समाज में एक विशेष पहिचान बन गयी थी.


हमारा हुनर हमें सामाजिक-आर्थिक रूप से भी तरक्की के कई अवसर उपलब्ध कराता है. ख़ास बात ये है कि हमारी प्रतिभा हमारी तरक्की के अवसरों को कई गुना बढ़ा देती है.

जीवन में सफलता, यश, सम्रद्धि, सुख और शांति कौन नहीं चाहता? अपने को दूसरों से ख़ास बनाने के लिए हमें कुछ ख़ास मेहनत भी करनी पड़ती है. जब हम सही तरीके से अपनी प्रतिभा को निखारने का काम करते हैं तो निःसंदेह हमें इसका फायदा ही मिलते है. ये बात अलग है कि कुछ विशेष हुनर की विशेष जगह पहिचान होती है. ख़ास बात ये है कि हमारे अन्दर कुछ विशेष योग्यता थी जिसे हमने पहिचान कर विकसित किया. हमारा हुनर हमें एक अलग पहिचान दिलाता है.

अगर हम अपने कोई ख़ास हुनर को विकसित करते हैं तो इस का एक फायदा यह है कि हमने खुद के सफल होने के अवसरों को पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा लिया है. इन  इतर  वर्ड्स  वे  ऑप्टीमाइज़्ड  आवर  चान्सेस  ऑफ़  सक्सेस . हमने समाज में, अपने ऑफिस में या हमारे जान पहिचान वालों में अपनी एक अलग पहिचान बना ली है.

समाज-सोसाइटी, घर-परिवार, नाते-रिश्तेदारों और हर जगह हम देखते हैं कि जिन लोगों में विशेष योग्यता होती है उन्हें सम्मान भी विशेष मिलता है. अपने को एक कामयाब इंसान के रूप में अगर आप स्थापित कर पाए तो इसका फायदा आपको जरूर मिलेगा.

दोस्तों, सफलता, नाम, यश और वैभव कोई आसानी से मिलने वाली चीजें नहीं हैं. इन सब को पाने वालों की जिंदगी को देखें तो आप पायेंगे कि इन्होने इस स्टेटस  को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की थी.

आप भी अपने जीवन में सफल हो कर एक नाम, एक सम्मान कमायें इस के लिए आज से ही अपने व्यक्तित्व की गहराइयों में छुपे हुए अपने कई गुणों को पहचानना शुरू कर दीजिये. अपने हुनर को निखारिये और देखिये आप भी कामयाब लोगों की सूची में शामिल हो सकते हैं.

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