Friday 15 May 2015

आप का अपना मैनेजमेंट गुरु केसा है (management guru)



आज के इस  कॉर्पोरेट वर्ल्ड हर कंपनी को एक टीम लीडर की सख्त जरुरत होती हैं क्योंकि एक टीमलीड़ ही उस कंपनी के सारे  एम्प्लॉय के साथ तालमेल बिठा सकता हैं .लेकिन इससे भी बड़ा सवाल यह है की टीमलीड़ मैं ऐसी क्या खासियत होनी चाहिये की वह  कंपनी के सीईओ और एम्प्लॉय के सामने अपनी लीडरशिप की छाप छोड़े एक अच्छा लीडर तभी बन सकता है जब उसमे कुछ अच्छी बात हो जिससे वह सबको इम्प्रेस कर सके लीडरशिप के अन्दर इतनी खासियत होनी चाहिये की वह सही निर्णय लेना जनता हो और हर काम को सही तरीके से करना जनता हो. एक अच्छे लीडर की खासियत होती है वह हमेशा रिस्क पसंद करता है और यही से उसकी पहचान होती हैं की वो कितना  मेंटली रूप से स्ट्रोंग हैं ,लीडर के अन्दर इतना अच्छा कम्युनिकेशन  होना चाहिये जो कम पड़ा लिखा एम्प्लॉय भी आसानी से समझ सके .

लीडर में कभी भी यह भावना नहीं होनी चहिये कि मुझसे बेहतर और कोई नहीं कर सकता बल्कि लीडर को अपनी टीम में यह भावना लाने का प्रायस करना चाहिए कि उनसे बेहतर और कोई नहीं कर सकता.जहा तक मेरा ख्यालहैं हर टीम लीड को अपनी टीम को बेहतर बानाने के बारे में सोचना चहिये न कि अपने बारे में .एक लीडर ही अपनी टीम का हितकारी हो सकता हे इसलिए उसे हर वक़्त अपनी टीम के लिए ही सोचना चहिए जिससे टीम का मनोबल बड़े. एक अच्छे टीम लीडर बनने के लिए कुछ अच्छे विचारों कि भी जरूरत होती हे क्योकि अच्छे विचारों से ही टीम के अन्दर सकरात्मक भावना उत्सर्जित होती हे. एक टीम लीडर को अपनी टीम पर कोंट्रोल रखने से ज्यादा जरुरी हे अपना विश्वास उस टीम पर बनाए जिससे प्रोजेक्ट का आउटपुट अच्छा आये.

अक्सर कंपनी की ग्रोथ के लिए हम पब्लिसिटी करते है और वह महत्वपूर्ण भी होती है क्योंकि इसके बदोलत ही हम इस कॉर्पोरेट वर्ल्ड में अपनी कंपनी को स्थापित कर सकते हैं इस ग्रोथ मैं सबसे ज्यादा अहम भागीदारी होती ""टीम लीडर ""की क्योंकि वह उसका महत्वपूर्ण हिस्सा होता है इसलिए उसे हमेशा पब्लिसिटी की और ध्यान देना चाहिए एक अच्छा लीडर तब ही कहलाता हैं की वो  वीकली  रूप से बोंस के साथ मीटिंग करें तथा एम्प्लॉय को भी अपडेट रखें तथा कंपनी टर्म्स & कंडीशन/कंपनी पॉलिसीस को  मंथली  अपडेट करे जिससे एम्प्लॉय को कंपनी रूल्स & रेगुलेशंस याद रहें.

लीडरशिप एक आर्ट हैं और यह हर किसी मैं नहीं होती है किसी कंपनी में अपने आप को मेनेज करना भी एक कला हैं एम्प्लॉय से सारा काम टाइम पर और पूरी परफेक्शन  के साथ करवान लीडर की काबिलियत पर डिपेंड करता है अगर आप हर काम को सही तरीके से करना चाहते हे तो सबसे पहले आप करें .अक्सर लीडर्स यह सोचता है की उन्हें ओरों से बेहतर लीड करना आता है यह सोचना एक दम गलत हैं ,क्योंकि कभी -कभी बड़े लीडर्स भी  टॉप मिस्टेक्स कर जाते हैं .लीडर यही सोचता हे की जो वो कर रहा है वो सही है पर वक़्त के साथ सब कुछ बदल जाता हे मेरा तो यहीं मानना हे की लीडर की पहचान उसकी काबिलियत होती हें.

और हा यह बात उन लीडर्स को ध्यान रखना चाहिए, जरुरी नहीं की कंपनी के सभी एम्प्लॉय अगर मेरी लीडरशिप को पसंद करते इसलिए वह ही लीडर हैं पर ऐसा कुछ नहीं होता हें क्योंकि अगर बोंस आप से खुश ना होतो वो आप की लीडरशिप पोस्ट किसी और को भी दे सकता हें क्योंकि कॉर्पोरेट वर्ल्ड में लीडर का काम देखा जाता हें पसंद नहीं .इसलिए लीडर्स को हमेसा अपने बोंस को खुश रखना चहिये क्योंकि बोंस खुश हें तो आप खुश हें और अगर आप खुश हें तो आप के एम्प्लॉय  खुश होंगे .

अगर लीडर ब्लोगर हें तो उसको अपने निजी विचार आइडियाज  को ब्लॉग पर पोस्ट करना चहिये क्योंकि उससे उसकी काबिलियत मालूम हो जाती हें

एक टीम लीड कभी भी गुमशुम न रहें
मोटिव करो ,बिजनेस चलाओ
खुद को करे साबित न कि दुसरों को
अपने हुनर से बने विनर
लीडर को साहसी होना चाहिए

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